
हिन्दी वर्णमाला वह सूची है जिसमें हिंदी भाषा के सभी वर्ण (अक्षर) होते हैं। हिंदी वर्णमाला में कुल १२ स्वर और ३३ व्यंजन होते हैं। इसे दो भागों में विभाजित किया जा सकता है:
स्वर वे अक्षर होते हैं जिन्हें बिना किसी अन्य ध्वनि के उच्चारित किया जा सकता है। हिंदी में कुल १२ स्वर होते हैं।
व्यंजन (Consonants):
व्यंजन वे अक्षर होते हैं जिनका उच्चारण स्वर के साथ मिलकर होता है। हिंदी में कुल 33 व्यंजन होते हैं:
- क (ka)
- ख (kha)
- ग (ga)
- घ (gha)
- ङ (nga)
- च (cha)
- छ (chha)
- ज (ja)
- झ (jha)
- ञ (nya)
- ट (ṭa)
- ठ (ṭha)
- ड (ḍa)
- ढ (ḍha)
- ण (ṇa)
- त (ta)
- थ (tha)
- द (da)
- ध (dha)
- न (na)
- प (pa)
- फ (pha)
- ब (ba)
- भ (bha)
- म (ma)
- य (ya)
- र (ra)
- ल (la)
- व (va)
- श (sha)
- ष (ṣa)
- स (sa)
- ह (ha)
अन्य:
- क्ष (kṣa)
- त्र (tra)
- ज्ञ (jna)
विशेष चिह्न:
- अं (Anusvara): यह एक नाक की ध्वनि है, जो स्वर के बाद लगती है।
- अः (Visarga): यह एक हल्की हंसी जैसी ध्वनि है, जो कभी-कभी शब्द के अंत में लगती है।
व्यंजन वे ध्वनियां होती हैं जिनके उच्चारण के लिए किसी स्वर की ज़रूरत होती है. व्यंजन बोलते समय, मुंह के अंदर किसी न किसी अंग से वायु का अवरोध होता है. जीभ मुंह के ऊपर के हिस्से से रगड़कर उष्ण हवा बाहर आती है.
यह हिन्दी वर्णमाला है, जो हिंदी भाषा को सही ढंग से पढ़ने और लिखने के लिए जरूरी है।
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